चंद्रमा ही एक ऐसा ग्रह जिसे हम पृथ्वी से अपनी नंगी आंखों से देख सकते हैं । चंद्रमा के अलावा हम किसी भी ग्रह को पृथ्वी से बिना किसी यंत्र की सहायता लिए नहीं देख सकते है। ये तो सब जानते हैं कि हमारी पृथ्वी के सबसे निकट ग्रह चंद्रमा ही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर चंद्रमा को हम इंसान मामा क्यों कहते हैं
जब बच्चे पहली बार चंद्रमा को देखते हैं और वो अपने बड़ो से पूछते हैं कि वो क्या है तो हर बच्चे को यही बताया जाता है कि वो चंदा मामा है और शायद आपने भी बचपन में अपने मां से अपने दादी, नानी से चंदा मामा की लोरी जरूर सुने होंगे
लेकिन क्या कभी आपने ये जानने की कोशिश की,
कि आखिर चंद्रमा को चंदा मामा ही क्यों कहते हैं चाचा, भाई, ताऊ या और कुछ क्यों नहीं बोलते ?
तो चलिए आज मै आपको इसका राज बताता हूँ। दरअसल दोस्तों जैसे की हम जानते है कि पौराणिक कथाओं के अनुसार जिस समय देवताओं और असुरों ने मिलकर समुद्र मंथन किया था, उस समय समुद्र से बहुत सारे तत्व निकलेंं थे जिसमें मां लक्ष्मी, वारुणी, विष और चन्द्रमा भी थे।
कहा जाता है कि जब लक्ष्मी जी समुद्र से निकली तो वो भगवान विष्णु के पास चली गईं,
और उनके बाद जो भी तत्व समुंद्र से प्राप्त हुए, वो लक्ष्मी जी के छोटे भाई और बहन बन गए।
क्योंकि चंद्रमा लक्ष्मी जी के बाद समुद्र से निकले थे । इसलिए वो उनके छोटे भाई बन गए और क्योंकि लक्ष्मी जी को हम अपनी माता मानते हैं
तो इसलिए उनके छोटे भाई हमारे मामा बन गये। इसी कारण चंद्रमा को मामा कहा जाता है।
एक कारण तो ये हुआ और दूसरा कारण ये है की चंद्रमा,
पता नहीं कितने करोड़ सालो से पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता है। और दिन-रात पृथ्वी के साथ एक सगे भाई की तरह साथ रहता है,
अब क्योंकि हम सब धरती को ‘मां’ कहते हैं।
इसलिए उनके भाई जो हमेशा उनके साथ रहते है तो वो हमाारे मामा हुए और इसी कारण से चंद्रमा को मामा कहा जाता है।