जंक्शन, सेंट्रल, टर्मिनल और हॉल्ट में क्या अंतर होता है

जंक्शन, सेंट्रल, टर्मिनल और हॉल्ट में क्या अंतर होता है

दोस्तों भारत में ऐसे लोगों की संख्या बहुत ही कम है, जिसने कभी ट्रेन में सफर न किया हो. और आप ने भी कभी ना कभी भारतीय रेल में सफर जरूर किया होगा,

और अपने सफर के दौरान रेलवे स्टेशनों के नाम के आगे लिखे जाने वाले कुछ खास टर्म्स जैसे- जंक्शन, सेंट्रल, टर्मिनल और हॉल्ट जरूर लिखा देखा होगा. और आपके मन में ये सवाल भी उठा होगा, कि आखिर इसका मतलब क्या होता है, अगर आप भी इन सभी का मतलब जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िएगा, तो चलिए शुरू करते है

तो आइए सबसे पहले हम जानते हैं जंक्शन के बारे में

दोस्तों जिस भी रेलवे स्टेशन से तीन या तीन से अधिक रेलवे लाइन अलग अलग दिशा में निकलते हैं, उन्हें जंक्शन कहा जाता है. जैसे दिल्ली रेलवे स्टेशन का नाम दिल्ली जंक्शन है. वो इसलिए क्योंकि इस रेलवे स्टेशन से कुल 4 रूट निकलते हैं. जो अन्य दिशाओं होते हुए कई अन्य शहरों में जाती है, आपको बता दे कि भारत में इस समय लगभग 300 से ज़्यादा जंक्शन मौजूद  हैं. जिनमें सबसे ज़्यादा रूट्स वाला जंक्शन उत्तर प्रदेश का मथुरा जंक्शन है. यहां से सबसे ज्यादा सात रूट निकलते हैं.

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तो आइए अब हम जानते हैं सेंट्रल के बारे में

जिस रेलवे स्टेशन के नाम के आगे सेंट्रल लिखा होता है वो इस बात का इशारा करता है कि वो रेलवे स्टेशन शहर का सबसे पुराना और प्रमुख रेलवे स्टेशन है. सेंट्रल लिखा रेलवे स्टेशन पर
उस शहर के अन्य रेलवे स्टेशनों के मुकाबले सभी चीजो में ज्यादा सेवाएं दी जाती हैं. ऐसे रेलवे स्टेशन किसी भी शहर के अन्य रेलवे स्टेशनों के मुकाबले बहुत ज्यादा भीड़ भार और बिजी होते हैं. ये रेलवे स्टेशन अमूमन काफी बड़े होते हैं, जहां से देश के प्रमुख शहरों को जोड़ने वाली ट्रेनें बड़ी संख्या में आती और जाती हैं. देश के प्रमुख सेंट्रल रेलवे स्टेशनों में मुंबई सेंट्रल, कानपुर सेंट्रल, चेन्नई सेंट्रल आदी शामिल हैं.

तो आइए अब हम जानते हैं टर्मिनल के बारे में

दोस्तों आप ने देखा होगा किसी रेलवे स्टेशन पर टर्मिनल तो किसी रेलवे स्टेशन पर टर्मिनस लिखा होता है, लेकिन रेलवे में टर्मिनल और टर्मिनस का एक ही मतलब होता है. जिस रेलवे स्टेशन के नाम के आगे टर्मिनल या टर्मिनस लिखा होता है, यह इस बात का प्रतीक होता है कि इस स्टेशन की दूसरी दिशा में रेलने लाइन नहीं है, यानि ट्रेन यहां से आगे नहीं जा सकती है, यहां से आगे जाने के लिए ट्रक नहीं होते हैं. आसान भाषा में समझें तो टर्मिनल रेलवे स्टेशन से चलने वाली ट्रेनें सिर्फ एक ही दिशा से आती है और फिर उसी दिशा में वापस चली जाती हैं. इसकी दूसरी दिशा ट्रेनों के लिए बंद होती हैं और ये ट्रेन का आखिरी गंतव्य होता है. जानकारी के लिए बता दे कि भारत में इस समय करीब 27 टर्मिनल रेलवे स्टेशन हैं. जिसमें छत्रपति शिवाजी टर्मिनस और लोकमान्य तिलक टर्मिनस देश के सबसे बड़े टर्मिनल या टर्मिनस स्टेशन हैं.

तो आइए अब हम जानते हैं हॉल्ट के बारे में

हाल्ट ऐसे स्टेशन को बोला जाता है जहाँ पर सिर्फ पैसेंजर या लोकल ट्रेन रूकती है, और इमरजेंसी में दूसरी ट्रेनों जैसे कि एक्सप्रेस ट्रेन या माल ढोने वाली ट्रेन को भी रोका जाता है, इस तरह के स्टेशन को गांव और कस्बों में बनाया जाता है. यहाँ पर कोई सिग्नल वगैरह नहीं लगाए जाते हैं, यहाँ स्टेशन मास्टर भी नहीं होते हैं जरूरतानुसार एक प्लेटफार्म और टिकट घर की व्यवस्था की जाती है। या फिर यात्रियों के घनत्व के अनुसार अन्य सुविधाएं प्रदान की जा सकती हैं।

तो दोस्तों जानकारी कैसी लगी नीचे कमेंट में जरूर बताइएगा और इस आर्टिकल को लाइक और शेयर करना मत भूलिएगा और ऐसे ही और आर्टिकल पढ़ने के लिए इस वेवसाईट यानि allnewspol.com को फॉलो कर लीजिएगा!

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